IAS vs IPS officer- आपने अक्सर देखा होगा की सोशल मीडिया , टीवी न्यूज़ और अन्य जगहों पर इन दो अधिकारियों की चर्चा हमेशा रहती हैं IAS और IPS ऑफिसर्स की. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की इन दोनों अफसरों मे से बड़ा कौन होता हैं और दोनों को क्या क्या पॉवर दी जाती हैं. आईए जानते हैं.
सोर्स- UPSChttp://upsconline.nic.in
IAS vs IPS: सिलेक्शन प्रोसेस-
IAS का फुल फॉर्म INDIAN ADMINISTRATIVE SERVICE होता है और और IPS का फुल फॉर्म INDIAN POLICE SERVICE होता है . दोनों अफसरों को UPSC CIVIL SERVICE EXAM के द्वारा चुना जाता है.इस सम्मान को हासिल करने के लिए उनको कई स्टेज को पर करना होता है
- पहले उन्हें UPSC CIVIL SERVICE का prelims निकलना होता है जो कुल 400 marks का होता है . साथ ही इसमें अलग अलग कैटेगरी के लिए अलग अलग कट ऑफ भी होती हैं जो इस परिक्षा को और भी ज्यादा कठिन बनाती है.
prelims मे दो पेपर होते हैं-
- सामान्य अध्ययन पेपर I जो कुल 200 marks का होता है.
- सामान्य अध्ययन पेपर II (CSAT) जो कुल 200 marks का होता है.
इस परिक्षा को करने के लिए अभ्यर्थी को 2:00 घंटे का समय दिया जाता है
2 . अब जिन अभ्यार्तियों ने prelims का पेपर निकाल लिया है उन्हें अब UPSC MAINS का पेपर देना होता है. इसमें भी अलग अलग केटेगरी के लिए अलग अलग कट ऑफ होती है .
- इसमें कुल 9 पेपर होते हैं और 7 पेपर अनिवार्य होते है जिनमे से 2 ऑप्शनल के होते हैं और इसमें पेपर अलग अलग विषयों पर आधारित होते है और हिंदी और अंग्रेजी का अनिवार्य होता है.
3. अब जिन अभ्यर्थियो ने mains निकल लिया है उनको अब इंटरव्यू राउंड के लिए बुलाया जाता है जो कुल 275 marks का होता है.इन सभी स्टेज को पार करने के बाद ही लोग IAS और IPS बनते हैं .
सिलेक्शन के बाद ट्रेनिंग, पद और प्रमोशन-
सिलेक्शन के बाद कैंडिडेट को LBSNAA(Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration) भेज दिया जाता है जहां उनकी 2 वर्ष की ट्रेनिंग होती है
ट्रेनिंग के बाद एक IAS officer को SDM का पद दिया जाता है इस पद पर वे उस पद पर 2 वर्ष से लेकर 4 वर्ष तक कार्य करते हैं उसके बाद वे पहले प्रमोशन के लिए एलिजिबल हो जाते हैं.
LBSNAA मे ट्रेनिंग के बाद एक IPS officer की ट्रेनिंग SVPNPA(Sardar Vallabhbhai Patel National Police Academy) मे होती है जो की 1 वर्ष की होती है.
वहीँ एक IPS officer की बात करे तो उन्हें पहला पद ASP( Assistant Superintendent of Police) का दिया जाता है और इस पद पर उन्हें 2 से 4 वर्ष तक कार्य करना होता है . तब वे अपने पहले प्रमोशन के लिये एलिजिबल हो जाते हैं.
IAS officers के प्रमोशन-
वहीँ एक IAS officer की सेंट्रल government मे पोस्टिंग होती है तो उनकी अलग प्रमोशन होती है.
IPS officers के प्रमोशन-
वही अगर एक IPS officer commissionerate सिस्टम मे पोस्टेड होता है तो अलग प्रमोशन होता है.
IAS और IPS officers की सैलरी-
एक IAS officer को काफी आकर्षक सैलरी दी जाती है , उनकी सैलरी 56,100 रुपये से लेकर 2,50 ,000 रुपये तक होती, ये सैलरी रैंक के अनुसार दी जाती है .
वहीँ एक IPS officer की सैलरी की बात करें तो उन्हें 56,100 रुपये से लेकर 2,25,000 रुपये तक दी जाती है , ये सैलरी भी उन्हें रैंक के हिसाब से दी जाती है.
सैलरी के अलावा उन्हें अन्य सुविधाएं और अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं जो की उनके लाइफस्टाइल को और भी अधिक आकर्षक बना देता है..
IAS officer की शक्तियां-
एक IAS officer को सरकार के द्वारा बहुत अधिक शक्तियां दी जाती है , एक IAS officer जिस जगह पोस्टेड होता है वहां पर वह सबसे शक्तिशाली होता है, और उसकी शक्तियां और अधिक बढ़ जाती है जब एक IAS officer जिले मे DM या कलेक्टर के पद पर पोस्टेड होता है. एक जिले मे DM/कलेक्टर सबसे बड़ा अधिकारी होता है और जिले मे सभी विभाग के अधिकारी उसके अंडर मे काम करते हैं .साथ ही और अधिक शक्तियां भी होती हैं जो एक IAS officer को और अधिक शक्तिशाली बनाती है .
इसके अलावा जब एक IAS officer राज्य मे chief secretary के पद पर कार्य करता है तो वह सर्वोच प्रशासनिक अधिकारी बन जाता है जो राज्य सरकार के सभी नीतियों का लेखा जोखा और सभी प्रशासनिक कार्यों की निगरानी के लिए जिम्मेदार होता है .
IPS officer की शक्तियां-
वही अगर एक IPS officer की बात करें तो उनके पास भी शक्तियां होती हैं लेकिन एक IPS officer की शक्तियां केवल अपने ही विभाग के कर्मचारियों और अधिकारीयों तक सीमित हैं. एक IPS officer जिले मे शांति बनाये रखने का कार्य करता है . एक IPS officer के अंडर कई पुलिस कर्मचारी और अधिकारी कार्य करते है तथा उनकी शक्तियां तब बढ़ जाती हैं जब एक IPS officer जिले मे SP या Superintendent of Police के पद पर कार्य करता है क्युकी उसके अंडर मे कई पुलिस थाने, चौकी और कोतवाली काम करते हैं .
इसके साथ ही जब एक IPS officer राज्य मे DGP(डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस) के पद पर कार्य करता है तो उसकी शक्तियां और बढ़ जाती हैं क्युकी DGP राज्य मे पुलिस विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी होता है जो राज्य मे कानून व्यवस्था बनाये रखने और अपराधों को रोकने के लिए जिम्मेदार होता है.
IAS और IPS officer मे बड़ा कौन-
अब बात करते है इन दोनों अधिकारीयों मे से बड़ा कौन है तो आम तौर पर देखा गया है की IAS officer को IPS officers से बड़ा माना जाता है क्युकी एक IAS officer समस्त विभाग का मुखिया होता है और उसके ऊपर बड़ी जिम्मेदारियां भी होती हैं
वहीँ एक IPS officer केवल पुलिस विभाग का मुखिया होता है और उसका काम कानून व्यवस्था को बनाये रखना होता है .
एक IAS officer केंद्र सरकार मे केबिनेट सेक्रेटरी के पद तक जा सकता है जो की भारत मे सबसे बड़ा सरकारी पद होता है जो सीधे प्रधान मंत्री के अंडर काम करता है.
वही एक IPS officer केंद्र सरकार मे RAW , CBI , CAPF आदि का हेड बन सकता है साथ ही राज्य का DGP राज्य सरकार या गृह विभाग को रिपोर्ट करता जहाँ पर भी एक IAS officer होता है.
IAS vs IPS : निष्कर्ष-
चुकिं दोनों ही अधिकारी अपने अपने स्थान पर पॉवर फुल हैं, इसलिए IAS officer को IPS officer से बड़ा माना जाता है चुकी राज्य और देश चलाने मे IAS और IPS दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
– समाप्त-
DESCLAIMER- यह लेख उपलब्ध जानकारी को ध्यान मे रखकर लिखा गया है.